नरेंद्र मोदी की जीवन यात्रा: Biography of Narendra Modi in hindi

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नरेंद्र मोदी

नरेंद्र मोदी भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री, जो हिन्दुस्तान में ही नहीं अपितु आज पुरे विश्व में एक सबसे लोकप्रिय वयक्तित्व बन गये है। नरेंद्र मोदी जितने लोकप्रिय भारत में है उतने ही वह आज दूसरे देशो में भी है खासकर युवाओं में उनकी लोकप्रियता काफी अधिक है। आज हम इस लेख के माध्यम से हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीवन यात्रा के कुछ खास पहलुओं के बारे में बतायेगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीवन यात्रा 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूरा नाम नरेंद्र दामोदरदास मोदी है। उनका जन्म 17 सितंबर 1950 को गुजरात प्रदेश के वडनगर जिले के मेहसाणा ग्राम में हुआ था। पीएम नरेंद्र मोदी अब 70 वर्ष के हो चुके है आज हम उनके प्रारंभिक जीवन, परिवार, शिक्षा, राजनीतिक करियर, पुरस्कार और मान्यता, आदि के बारे में जानेगे।

नरेंद्र मोदी ने 26 मई, 2014 को भारत के 15 वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी उसके बाद उन्होंने 30 मई, 2019 को दूसरे कार्यकाल के लिए भारत के प्रधान मंत्री के रूप में शपथ ली। नरेंद्र मोदी एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व हैं जो एक गरीब चाय विक्रेता के लड़के से एक प्रभावी नेता के रूप में उभरे हैं।

नरेंद्र मोदी एक निम्न-मध्यम वर्गीय परिवार से आते है। लेकिन उन्होंने यह साबित कर दिया है कि सफलता का जाति, पंथ या किसी व्यक्ति की परिस्थिति से कोई लेना-देना नहीं है। आज वह भारत के ऐसे पहले प्रधान मंत्री हैं जिनकी माँ पदभार ग्रहण करते समय अभी भी जीवित हैं। वह लोकसभा में वाराणसी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और उन्हें अपनी पार्टी के मुख्य रणनीतिकार के रूप में माना जाता है। नरेंद्र मोदी 2014 से, भारत के वर्तमान प्रधान मंत्री हैं और इससे पहले उन्होंने 2001 से 2014 तक गुजरात राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया।

2019 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी ने समाजवादी पार्टी की शालिनी यादव को करीब 4.79 लाख वोटों से हराया था है। वह अपने पांच साल के कार्यकाल के पूरा होने के बाद दूसरे कार्यकाल के लिए चुने जाने वाले पहले भाजपा नेता हैं। प्रधानमंत्री अपने नारे “सबका साथ सबका विकास” के साथ वह आज सबसे लोकप्रिय नेताओं में से एक बन चुके हैं उनका ज्यादा ध्यान केवल भारत के विकास पर ही केंद्रित हैं।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का नारा “मैं भी चौकीदार” श्रम की गरिमा पर केंद्रित है और इसका उद्देश्य मजदूर वर्ग का समर्थन प्राप्त करना है। उन्होंने यह नारा इसलिए कहा क्योंकि उन्हें लगा कि वे भी दृढ़ निश्चयी हैं और राष्ट्र के ‘चौकीदार’ के रूप में अपना काम कर रहे हैं। उन्होंने आगे इस बात पर जोर दिया कि भ्रष्टाचार, गंदगी, सामाजिक कुरीतियों आदि से लड़ने वाला हर भारतीय भी भारत की प्रगति का चौकीदार है। इस तरह “मैं भी चौकीदार” का नारा वायरल हो गया।

नरेंद्र मोदी

नरेंद्र मोदी की जीवन यात्रा संक्षेप में 

पूरा नाम 

नरेंद्र दामोदरदास मोदी  

पिता का नाम 

दामोदरदास मोदी  

माता का नाम 

हीराबेन  

पत्नी का नाम         

यशोदाबेन 

बच्चे 

कोई नहीं 

जन्म स्थान 

17/09/1950, गुजरात, वडनगर, मेहसाणा  

भाई-बहन 

सोमा मोदी, अमृत मोदी, प्रहलाद मोदी, पंकज मोदी, वसंतीबेन 

संगठन से जुड़े 

राष्ट्रीय स्वयं सेवक (आरएसएस) 

राजनैतिक पार्टी 

भारतीय जनता पार्टी            

मुख्यमंत्री का कार्यकाल 

7 अक्तूबर 2001 से 22 मई 2014

पहला विधानसभा चुनाव 

राजकोट 

इनसे पहले मुख्यमंत्री

केशुभाई पटेल 

प्रधानमंत्री का कार्यकाल

26 मई 2014 से अब तक 

पहला लोकसभा चुनाव

वाराणसी तथा वडोदरा

इनसे पहले प्रधानमंत्री 

मनमोहन सिंह 

वेतन प्रतिमाह 

1 लाख 60 हजार 

कुल संपत्ति 

2.85 करोड़ 

निवास स्थान 

7 लोक कल्याण मार्ग 

शिक्षा 

M.A (राजनीति विज्ञान) 

नरेंद्र मोदी का राजनीतिक सफर    

1950 में गुजरात के वडनगर में एक बेहद साधारण परिवार में जन्में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जिनके बारे में कभी किसी ने नहीं सोचा होगा कि एक चाय बेचने वाला कभी भारत देश का पीएम बनेगा। नरेंद्र मोदी ने राजनीति विज्ञान में एमए किया। उनका बचपन से ही संघ के प्रति रुझान था और 1967 में 17 साल की उम्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल हो गए। इसके बाद नरेंद्र मोदी 1974 में वे नव निर्माण आंदोलन से जुड़े। इस प्रकार सक्रिय राजनीति में आने से पहले नरेंद्र मोदी कई वर्षों तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रहे।

1980 के दशक में जब नरेंद्र मोदी गुजरात में भाजपा इकाई में शामिल हुए तथा उन्हें संघ के प्रभाव का से पार्टी में सीधा लाभ मिला। उन्हें वर्ष 1988-89 में भारतीय जनता पार्टी की गुजरात इकाई का महासचिव बनाया गया था। इसके बाद नरेंद्र मोदी ने मुरली मनोहर जोशी के साथ लाल चौक (कश्मीर) में तिंरगा यात्रा और लाल कृष्ण आडवाणी की 1990 की सोमनाथ-अयोध्या रथ यात्रा के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिसके बाद उन्हें भारतीय जनता पार्टी की ओर से कई राज्यों का प्रभारी बनाया गया।

1995 में नरेंद्र मोदी को भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय सचिव और पांच राज्यों का पार्टी प्रभारी बनाया गया। इसके बाद 1998 में उन्हें महासचिव (संगठन) बनाया गया। वे अक्टूबर 2001 तक इस पद पर रहे। लेकिन 2001 में केशुभाई पटेल को मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद नरेंद्र मोदी को गुजरात के मुख्यमंत्री की कमान सौंपी गई। उस वक्त गुजरात में भूकंप आया था और भूकंप में 20 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।

मोदी के सत्ता संभालने के लगभग पांच महीने बाद, गोधरा ट्रेन दुर्घटना हुई जिसमें अयोध्या से लौट रहे कई हिंदू कारसेवक मारे गए। इसके ठीक बाद फरवरी 2002 में ही गुजरात में मुसलमानों के खिलाफ दंगे भड़क उठे। सरकार के अनुसार, एक हजार से अधिक लोग मारे गए थे। उस वक्त तत्कालीन प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने गुजरात का दौरा किया, तो उन्होंने उन्हें “राजधर्म का अभ्यास” करने की सलाह दी, जिसे वाजपेयी की नाराजगी के संकेत के रूप में देखा गया था।

मोदी पर आरोप लगाया गया कि वह दंगों को नहीं रोक सके और अपना कर्तव्य पूरा नहीं किया। गुजरात दंगों की चर्चा कई देशों में हुई और मोदी को अमेरिका जाने का वीजा नहीं मिला। मोदी पर आरोप लगते रहे लेकिन राज्य की राजनीति पर उनकी पकड़ और मजबूत होती गई। नरेंद्र मोदी ने गुजरात दंगों के कुछ महीने बाद ही दिसंबर 2002 का विधानसभा चुनाव जीता और उन्हें सबसे ज्यादा फायदा दंगा प्रभावित क्षेत्रों में हुआ। इसके बाद 2007 और 2012 के विधानसभा में भी नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गुजरात में बीजेपी की जीत हुई थी और अब केंद्र में उनके नेतृत्व में सरकार चल रही है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्य काल के कुछ महत्व्यपूर्ण फैसले 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संवैधानिक पदों पर रहते हुए 20 साल पूरे हो गये है। नरेंद्र मोदी, 13 सालों तक लगातार गुजरात के मुख्यमंत्री रह चुके है और पिछले 7 सालों से वह प्रधानमंत्री पद को संभाले हुये है। नरेंद्र मोदी ने पिछले 7 सालों में प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए कुछ बड़े फैसले लिए, जो देश भर में चर्चा का विषय बने और कुछ फैसले विवादों में भी रहे।

  • नोटबंदी का फैसला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर 2016 को अचानक 500 और 1,000 रुपए के नोटों को बंद करने का ऐलान किया था। क्योकि 500 और 1000 रुपए के करोड़ों जाली नोट मार्किट में थे। जिसे काला धन को खत्म करने, नकली नोटों को निकालने और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम बताया था। सरकार ने पुराने नोटों के बदले 500 और 2,000 रुपए के नए नोटों को जारी किया था।

  • 2016 में सर्जिकल स्टाइक

18 सितंबर 2016 को जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में आतंकवादियों ने भारतीय सेना के मुख्यालय पर हमला किया था, जिसमें 18 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने हाई लेवल बैठक की जिसके बाद 28 सितंबर 2016 जवाबी कार्रवाई करते हुए भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाते हुए सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था।

  • भारत में GST को लागु करना 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 जून और 1 जुलाई 2017 की मध्यरात्रि को जीएसटी टैक्स (Goods and Services Tax) लांच किया। इस समारोह में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और वित्त मंत्री अरुण जेटली भी मौजूद रहे। GST को टैक्स चोरी रोकने और व्यापारियों को करों की दोहरी मार (Tax on Tax) से बचाने के लिए लाया गया है। One nation, One tax (एक राष्ट्र एक कर) की अवधारणा पर काम करते हुए, देश के विभिन्न हिस्सों में मौजूद लगभग 500 प्रकार के टैक्सों को समाप्त कर, सिर्फ एक टैक्स जीएसटी को लागु किया गया है। इसीलिए, इसे आजादी के बाद का भारत का सबसे बड़ा टैक्स सुधार (India’s biggest Tax reform) कहा गया है।

  • 2019 में बालाकोट एयरस्ट्राइक

14 फरवरी, 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आत्मघाती बम हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके 12 दिन बाद, 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने नियंत्रण रेखा (LoC) को पार कर पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादीयों के लांचिंग पैड को तबाह कर दिया था।

  • जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को समाप्त करना 

अपने दूसरे कार्यकाल में, 5 अगस्त 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने संविधान के अनुच्छेद-370 को निरस्त कर जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा वापस ले लिया था। जिसके बाद तत्कालीन राज्य को विभाजित कर दो केंद्रशासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का गठन किया गया था।

  • अयोध्या राम मंदिर का फैसला 

9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की बेंच ने राम मंदिर के पक्ष में अपना फैसला सुनाया। जिसमे 2.77 एकड़ की विवादित जमीन हिंदू पक्ष को अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए सौपा गया। मस्जिद के लिए अलग से 5 एकड़ जमीन मुहैया कराने का आदेश दिया गया। 25 मार्च 2020 भगवान रामलला को टेंट से निकाल कर फाइबर के एक मंदिर में स्थापित किया गया था। अब अयोध्या में एक भव्य राम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है।

  • नागरिकता संशोधन कानून

साल 2019 में ही नरेंद्र मोदी सरकार ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) कानून को पास किया जिसके तहत बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में धर्म के आधार पर प्रताड़ित अल्पसंख्यकों (गैर-मुस्लमों) को नागरिकता प्रदान की जाएगी, जो 31 दिसंबर 2014 तक भारत आ गए थे।

  • ‘तीन तलाक’ के खिलाफ कानून बनाना 

30 जुलाई 2019 को केंद्र सरकार ने संसद में “तीन तलाक” के खिलाफ विवाह अधिकार संरक्षण विधेयक को पास किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कानून पारित होने के बाद कहा था कि यह विधेयक मुस्लिम महिलाओं की गरिमा को सुनिश्चित करने और उसे अक्षुण्‍ण रखने के लिए उठाया गया एक ऐतिहासिक कदम है। इस कानून के पास होने के बाद से एक रिपोर्ट के अनुसार “तीन तलाक” की घटनांओं में 82 फीसदी से ज्यादा की कमी आई है।

  • नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 को लागु करना 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 29 जुलाई 2020 को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को मंजूरी दी थी। इसे वर्तमान में लागु 34 साल पुरानी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NPE), 1986 की जगह लाया गया है। इसका मुख्य लक्ष्य व्यवसायिक शिक्षा सहित उच्चतर शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात को 26.3 प्रतिशत (2018) से बढ़ाकर 2035 तक 50 प्रतिशत करना है।

  • कोरोना काल में देशव्यापी लॉकडाउन का फैसला

कोरोना महामारी आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च, 2020 को देशव्यापी लॉकडाउन लगाने की घोषणा की थी। लॉकडाउन के दौरान आवश्यक सेवाओं के लिए ट्रांसपोर्ट को छोड़कर सभी तरह की यातायात सुविधाओ जैसे – सड़क, रेल, हवाई यात्रा सभी को पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया था।

  • कोरोना वैक्‍सीन महाअभि‍यान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जून 2021 को देशभर कोरोना वैक्सीन अभियान की शुरुवात की, जिसके तहत पहले ही दिन 80 लाख लोगों को टीका लगाया गया था। जो अपने आप में एक रिकॉर्ड रहा था। देशभर में राज्‍यों ने अपनी अपनी योजना के मुताबि‍क केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के मार्गदर्शन में यह वैक्सीन अभि‍यान चलाया जो अब तक जारी है। सरकार द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक 100 करोड़ से ज्यादा लोगो को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिले अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार की सूची 

अप्रैल 2016: किंग अब्दुलाजीज साश अवॉर्ड (यह सऊदी अरब का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।)

जून 2016: आमिर अमानुल्लाह खान पुरस्कार (यह अफगानिस्तान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।)

फरवरी 2018: ‘ग्रैंड कॉलर ऑफ द स्टेट ऑफ फिलिस्तीन’ (यह सम्‍मान भारत और फिलिस्‍तीन के बीच संबंधों को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को दिया गया है।) 

सितम्बर 2018: चैंपियंस ऑफ द अर्थ अवॉर्ड (यह पुरस्कार नरेन्द्र मोदी को यूएनईपी द्वारा सर्वोच्च पर्यावरण पुरस्कार के रूप में दिया गया है।)

अक्टूबर 2018: सियोल शांति पुरस्कार (पीएम नरेंद्र मोदी को यह पुरस्कार भारतीय और वैश्विक अर्थव्यवस्था के विकास में योगदान के लिए दिया गया था। वह इस पुरस्कार को पाने वाले पहले भारतीय है।)

अप्रैल 2019: ऑर्डर ऑफ जायद (यह यूएई का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।)

अप्रैल 2019: ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल पुरस्कार (यह रूस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।)

जून 2019: ‘निशान इज्जुद्दीन’ पुरस्कार (यह मालदीव का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।) 

अगस्त 2019: किंग हमाद ऑर्डर ऑफ द रेनेसां (यह सम्मान नरेंद्र मोदी को बहरीन के किंग हमाद बिन इसा बिन सलमान अल खलीफा ने भारत की खाड़ी देशों के साथ मित्रता मजबूत करने व द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के तौर पर दिया है।)

सितंबर 2019: ग्लोबल गोलकीपर अवॉर्ड (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह अवॉर्ड स्वच्छ भारत अभियान के लिए बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के द्वारा दिया गया है।) 

अंत में 

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