गूगल सर्च कंसोल का उपयोग करके आर्गेनिक ट्रैफिक कैसे बढ़ाये?

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गूगल सर्च कंसोल

गूगल सर्च कंसोल एक अत्यधिक शक्तिशाली टूल है जिसका उपयोग बिज़नेस मैन, मार्केटिंग एजेंसी और एसईओ के विशेषज्ञ अपनी साइट की डिजिटल उपस्थिति को ओर बेहतर बनाने तथा आर्गेनिक ट्रैफ़िक को बढ़ाने के लिए करते आ रहे हैं।

लेकिन इस टूल की इतनी लोकप्रियता के बावजूद, गूगल सर्च कंसोल Interface को सरलता से उपयोग करने के लिए अभी भी सबसे उन्नत या सहज ज्ञान उपलब्ध नहीं है। इसलिए पिछले कुछ सालों से “गूगल सर्च कंसोल का उपयोग आर्गेनिक ट्रैफिक बढ़ाने के लिए कैसे करें” इस तरह के प्रश्नों की संख्या बढ़ती जा रही है।

गूगल सर्च कंसोल को सही तरीके से उपयोग करने के तरीके को समझना एक प्रकार से आपकी एसईओ रणनीति के व्यावहारिक दृष्टिकोण के हिसाब से उपयोग होने वाले सभी मूल्यवान डेटा को नया प्रारूप प्रदान करने के समान है।

आज हम इस पोस्ट में, हाई रैंक, गूगल सर्च कंसोल का उपयोग करके आर्गेनिक ट्रैफ़िक को बढ़ाने और हाई क्वालिटी कंटेंट को बनाने के लिए गूगल के इस मुफ्त प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग कैसे करें और इसके लिए चार तरीकों को कवर करने जा रहे हैं।

1.) कन्फर्म करें कि गूगल आपके कंटेंट की Relevancy को समझता है।

2.) जांचें करें कि गूगल आपके वेब पेजों को ठीक से क्रॉल और इंडेक्स कर रहा है।

3.) तकनीकी और पेज परफॉरमेंस जैसी समस्याओं को ठीक करें।

4.) GSC की डेली रैंक ट्रैकिंग की सहायता से SEO A/B टेस्टिंग का उपयोग करें।

गूगल सर्च कंसोल क्या है

गूगल सर्च कंसोल, गूगल का एक मुफ़्त प्लेटफ़ॉर्म है जो मार्केटर्स और SEO विशेषज्ञों को उनके SEO परफॉरमेंस को ट्रैक और एनालिसिस करने में मदद करता है।

गूगल सर्च कंसोलइसकी मदद से सभी उपयोगकर्ता अपनी वेबसाइट को अधिक सर्च-इंजन फ्रैंडली बनाने के लिए तकनीकी और पेज परफॉरमेंस जैसी समस्याओं की पहचान करना और उनका निवारण भी कर सकते हैं।

यह प्लेटफ़ॉर्म न केवल उपयोग करने के लिए पूरी तरह से मुफ़्त है, बल्कि यह कहीं भी और किसी भी समय उपलब्ध सबसे व्यापक, रीयल-टाइम SEO डेटासेट भी है।

आर्गेनिक ट्रैफिक बढ़ाने के गूगल सर्च कंसोल का उपयोग 

गूगल सर्च कंसोल का नियमित रूप से उपयोग करना किसी भी व्यापक डिजिटल मार्केटिंग रणनीति या वेबसाइट परफॉरमेंस को एनालिसिस करने का एक अनिवार्य हिस्सा है, इसके कई कारण भी हैं। ग्लोबल सर्च इंजन परफॉरमेंस डेटा को प्रदान करते हुए गूगल ने अपने सर्च कंसोल प्लेटफॉर्म के डैशबोर्ड की सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार डेवलपमेंट किये है।

इसलिए पिछले कुछ वर्षों में इस फ्लेटफॉर्म पर कुछ विशेषताओं को जोड़ा और बदला गया है, GSC का लक्ष्य एक ही रहा है: बिज़नेस ओनर, मार्केटर और एसईओ एक्सपर्ट्स के कंटेंट और तकनीकी दोनों दृष्टिकोण से एसईओ परफॉरमेंस को कैसे बढ़ाया जाए।

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उच्च स्तर पर, यहां SEO के लिए गूगल सर्च कंसोल का उपयोग ऑर्गैनिक ट्रैफिक को बढ़ाने के लिए कैसे करें इसके लिए कुछ तरीको को बताया जा रहा है:

  • कीवर्ड रैंकिंग, इंप्रेशन, ऑर्गेनिक ट्रैफ़िक, एवरेज पोजीशन और क्लिक-थ्रू दर (CTR) को ट्रैक करें।
  • इंडेक्सिंग कवरेज को समझें और कन्फर्म करें कि गूगल क्रॉलर वेब पेजों को ठीक से इंडेक्स कर रहे हैं।
  • साइटमैप सबमिट करें, Disavow Files और Removals करें।
  • Page Experience, Core Web Vitals या Mobile Usability Issues की पहचान करें और उनका निवारण करें।
  • कन्फर्म करें कि Google Schema.org को गूगल ने नोटिफाई किया है, ताकि वेब पेज Rich Results में दिखाई दे।
  • गूगल द्वारा नोटिफाई की गई सिक्योरिटी समस्याएं और मैन्युअल कार्रवाइयां को देखें।
  • एक्सटर्नल लिंक, इंटरनल लिंक, टॉप लिंक किए गए वेब पेज, टॉप लिंकिंग साइट और एंकर टेक्स्ट डिस्ट्रीब्यूशन जैसे आवश्यक बैकलिंक डेटा का विश्लेषण करें।

ये सभी स्टेप्स न केवल आपके SEO परफॉरमेंस को समझने के लिए बल्कि इसे ओर बेहतर बनाने के लिए भी आवश्यक हैं। यह अच्छे SEO मार्केटिंग लक्ष्यों और उसके उद्देश्यों की पूर्ति के लिए डेली रूटीन की तरह है, जिसमे ट्रैफ़िक और कन्वर्जन का बढ़ाना, अपनी परफॉरमेंस में सुधार करना, अपने दर्शकों को समझना और अपनी ऑनलाइन उपस्थिति को बढ़ाना शामिल है।

ट्रैफिक के लिए गूगल सर्च कंसोल का उपयोग 

सबसे पहले, आपको अपने मुख्य डोमेन को गूगल सर्च कंसोल के “होम” टैब में एक Property के रूप में सेट करना होगा। यहाँ पर आप अपने पेज को बुकमार्क भी कर सकते है, ताकि आप इसे आसानी से ढूंढ सकें। गूगल सर्च कंसोल आपके ऑन-पेज एसईओ प्रयासों के लिए सबसे मूल्यवान टूल है, चलिए इस पर काम करते हैं।

स्टेप 1: एक बार जब आप गूगल सर्च कंसोल पर लॉगिन कर लेते हैं, तो बाईं ओर “Search Traffic” को चुनें, ठीक इसके नीचे आपको Search Analytics दिखाई देगा, आप उस विकल्प पर क्लिक करें।

गूगल सर्च कंसोल

स्टेप 2: “Click”, “Impression”, “CTR”, और “Position” के लिए प्रत्येक बॉक्स को चेक करें और इसके ठीक नीचे की पंक्ति में कोई भी अतिरिक्त फ़िल्टर चुनें जो आप चाहते हैं।

गूगल सर्च कंसोल

स्टेप 3: यदि आप एक Specific URL (वेबसाइट या वेबपेज के लिए) को खोजना चाहते हैं, तो “पेज” के तहत छोटे ड्रॉप डाउन एरो का चयन करें और “फ़िल्टर पेज” पर क्लिक करें। इसके बाद दिए गए बॉक्स में URL जोड़ें और परिणाम देखने के लिए “फ़िल्टर” को चुनें।

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एक अच्छे बोनस के रूप में, गूगल सर्च कंसोल एक तुलनात्मक ग्राफ भी प्रदान करता है जो यह दर्शाता है कि आपके सभी Metics एक दूसरे से कैसे तुलना करते हैं। आप इसे स्क्रॉल और यहाँ से डेटा भी प्राप्त कर सकते हैं।

गूगल सर्च कंसोल का एक नया वर्जन भी उपलब्ध है जिसे आप देख सकते हैं। नए वर्जन का लिंक आपको गूगल सर्च कंसोल के ऊपरी ओर बाएँ तरफ दिखाई देगा जो इसका बीटा संस्करण है। यह आपकी ऑप्टिमाइजेशन आवश्यकताओं को मैनेज करने के लिए उपयोग में आसान प्लेटफॉर्म है।

गूगल सर्च कंसोलइस नए प्लेटफॉर्म में विभिन्न डेटा रिपोर्ट को डाउनलोड करने और उन्हें साझा करने की क्षमता है। इस तरह आप अपनी एसईओ रणनीतियों को तेज करने के लिए टीम के अन्य सदस्यों या विभागों को आसानी से मूल्यवान डेटा को भेज सकते हैं।

  • सही कीवर्ड को चुनना

क्या आप यह सोचते हैं कि केवल एक कीवर्ड को चुनना किसी वेबपेज के सर्च रिजल्ट में टॉप पर आने के लिए पर्याप्त हैं। बिलकुल नहीं! क्योकि गूगल का पेज क्रॉलर किसी भी वेबपेज के कंटेंट को प्रोसेस करने के बाद ही इंडेक्स करता हैं, इसलिए केवल कीवर्ड ही नहीं ओर भी बहुत कुछ निर्भर करता है।

यह एक अच्छा विकल्प है कि आप अपने वेबपेज में कई अलग-अलग कीवर्ड का प्रयोग करें, क्योकि सर्च इंजन, विशेष रूप से गूगल, केवल अपने खोजकर्ताओं को सर्वोत्तम संभव परिणाम देना चाहता हैं।

  • ऑन पेज एसईओ टिप्स

गूगल सर्च कंसोल का उपयोग करके, आप यह पता लगा सकते हैं कि आपका वेबपेज वास्तव में किन कीवर्ड पर रैंक कर रहा है, जिससे आप अपने वेबपेज को ठीक से ऑप्टिमाइज़ कर सकते हैं वह अच्छी तरह से रैंक करता रहे और प्रतिस्पर्धी में बना रहे। आपकी वेबसाइट जितने अधिक कीवर्ड के लिए रैंक करेगी और बेहतर तरीके से ऑप्टिमाइज़ होंगी आपको उतने ही आर्गेनिक विजिटर मिलेंगे।

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गूगल के क्रॉलर स्मार्ट होते हैं, और क्योंकि वे रैंक निर्धारित करने के लिए सैकड़ों विभिन्न प्रकार के क्वालिफायर का उपयोग करके यह निर्धारित करते हैं कि उपयोगकर्ता कैसे और क्या खोज रहा हैं और कौन से वेबपेज पर उन प्रश्नों का अच्छा उत्तर हैं। इसलिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि आप समय-समय पर यह जांच करें कि कौन सा वेबपेज रैंक कर रहा है और उसकी रैंकिंग क्या है।

गूगल सर्च कंसोल Vs कीवर्ड ट्रैकिंग प्लेटफॉर्म  

कई डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी अपनी कीवर्ड रैंकिंग के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी को इकट्ठा करने के लिए कई लोकप्रिय SEO प्लेटफॉर्म जैसे Ahrefs और SEMrush पर भरोसा करते हैं। ये सभी उपकरण प्रतिस्पर्धियों के संबंध में आपके प्रदर्शन को समझने में सहायक होते हैं, लेकिन क्योंकि ये खुद सर्चवर्ड रैंकिंग डेटा को एकत्र करने के लिए SERPs का उपयोग करते हैं, इसलिए इनकी जानकारी अधूरी और आउटडेटिड हो सकती है।

ये सभी टूल आपकी वेबसाइट की कुल कीवर्ड रैंकिंग का लगभग 30-40% ही दिखाते हैं क्योंकि ये सीमित संख्या में ही SERPs को क्रॉल करते हैं न कि डेली बेसिस पर। उदाहरण के लिए, यदि किसी वेबसाइट के लिए लिंकग्राफ के GSC Insights (जो Google के API पर बनाया गया है) की तुलना में Ahrefs द्वारा देखे जाने वाले कीवर्ड रैंकिंग की कुल संख्या की तुलना करें।

जहाँ आपको कीवर्ड रैंकिंग डेटा में काफी महत्वपूर्ण अंतर दिखाई देगा। क्योकि SEO की बारीकियों की बात आती है, तो कोई भी अन्य प्लेटफ़ॉर्म गूगल के डेटासेट की तुलना नहीं कर सकता है।

लेकिन यहाँ यह सवाल है की उन सभी कीवर्ड को समझना इतना महत्वपूर्ण क्यों है जहां आपके वेब पेज रैंक करते हैं?

क्योंकि प्रत्येक रेलेवेंट कीवर्ड क्वेरी आपके बिज़नेस या वेबसाइट के लिए वास्तविक विजिटर और क्लाइंट अर्जित करने के नए अवसर को प्रदान करती है।

अंत में निष्कर्ष

यदि आप अपनी वेबसाइट पर कंटेंट बनाने के लिए समय निकाल रहे हैं, तो अपने वेबपेजों की कीवर्ड रैंकिंग की दोबारा जांच करें। यदि आप गूगल सर्च कंसोल का उपयोग करना जानते हैं, तो आप देख सकते हैं कि कुछ कीवर्ड के लिए आपके वेबपेज कैसे रैंक करते हैं और गूगल सर्च कंसोल का उपयोग आर्गेनिक ट्रैफिक को अधिक करने के लिए उन्हें बेहतर तरीके से अनुकूलित करना सीख सकते हैं।

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